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लेखनी प्रतियोगिता -18-Jun-2023

#विषय- पिता
ईश्वर ने एक दिन हमें,
एक फरिश्ते से मिलने धरती पर भेजा,
कडी धूप में मेहनत करते,
हमने उन्हें खेतो में देखा,
माथे पर चिंता की लकीरें,
अधरो पर मुस्कान भी
हमेशा फीका देखा,
ना सर्दी लगती, ना लू के थपेड़े ...,
देखा हमेशा, अपनी तंगहाली से लड़ते,
हम बच्चों के अभिमान है,
पिता जी हमारी शान है,
पर्वत से भी ठोस,
पानी से भी अधिक तरल,
हमारे लिए रहते,
चिन्तित, निश्छल,
जन्मों का पुण्य-प्रताप मिला हमें,
पुण्यात्मा का साथ मिला हमें,
जिससे आज,
जीवन का उद्देश्यपूर्ण आधार मिला हमें |

रचना मौलिक,अप्रकाशित,स्वरचित और सर्वाधिक सुरक्षित है |
"प्रतिभा पाण्डेय"(18/6/2023)

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4 Comments

madhura

16-Jul-2023 07:19 AM

Fantastic

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Punam verma

19-Jun-2023 12:27 AM

Very nice

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बहुत खूब

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